Monday, October 8, 2012

आम आदमी की गर्दन तक पहुंचा कांग्रेस का हाथ

आम आदमी की गर्दन तक पहुंचा कांग्रेस का हाथ बिजली के भ्रष्टाचार ने ली एक जान  

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर. नजफगढ़ के सत्यमपुरम के कैलाशचंद्र ने कोई गुनाह नहीं किया था. वह बिजली के बिल भी समय से दे रहे थे. कसूर बस इतना था कि उन्होंने अपनी बिजली की खपत बहुत कम कर दी थी. बिजली कंपनियों ने दिल्ली के आम आदमी का जितना खून चूसने का लक्ष्य तय किया है, कैलाशचंद्र उस लक्ष्य के आड़े आ रहे थे. जब कैलाशचंद्र के बिजली का बिल केवल 586 रुपए आया तो बिजली कंपनियां बौखला गईं. पिछले दरवाजे से कंपनी के अधिकारी कैलाशचंद्र के घर में घुसे. उन पर एक लाख रुपए के चालान की धमकी दी और कनेक्शन काट दिया. इससे आहत कैलाशचंद्र को दिल का दौरा पड़ा और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.

इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के वरिष्ठ कार्यकर्ता अऱविंद केजरीवाल, कुमार विश्वास और गोपाल राय के साथ आज सैकड़ों आईएसी कार्यकर्ता दिवंगत कैलाशचंद्रजी के परिजनों को सांत्वना देने पहुंचे. बिजली कंपनियों की करतूत से जिस घर में अंधेरा छा गया है, उसकी तकलीफ पर मरहम रखते हुए अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों ने पीड़ित परिवार का बिजली कनेक्शन जोड़ दिया.

अरविंद केजरीवाल ने कहा,  दिल्ली सरकार के बिजली मंत्री बिजली के कटे कनेक्शन जोड़ने पर कार्रवाई करने की धमकियां दे रहे हैं लेकिन बिजली का बिल चुकाने वाले व्यक्ति की मौत पर क्यों चुप हैंकैलाशचंद्र की मौत के लिए शीला दीक्षित जिम्मेदार हैं. इसके लिए शीला दीक्षित के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए.

आईएसी के कार्यकर्ताओं ने गोपाल राय के नेतृत्व में आज मयूर विहार फेज-1 के आचार्य निकेतन में रहने वाले हिमांशु गोयल के घर का बिजली का कनेक्शन जोड़ा. हिमांशु को बिजली कंपनियों ने 29,880 का बिल भेज दिया और इसका भुगतान न करने पर कंपनी ने बिना किसी नोटिस के उनकी बिजली काट दी.

मयूर विहार की जनता को संबोधित करते हुए गोपाल राय ने कहा, शीला दीक्षित बिल के कनेक्शन कटवाते-कटवाते थक जाएगी लेकिन हम कनेक्शन जोड़ते-जोड़ते नहीं थकने वाले. सरकार की कार्रवाई की धमकियों से न हम झुकेंगे और न ही जनता डरेगी 

घर में वापस बिजली बहाल होने पर खुशी जाहिर करते हुए हिमांशु ने कहा, मेरा बिजली का बिल 7,000-8,000 तक आता था लेकिन इस बार 29,880 आया. हमारी बिजली 10 दिन पहले काटी गई है. मैंने टीवी पर अरविंद केजरीवाल को एक परिवार का बिजली कनेक्शन जोड़ते देखा और आईएसी से संपर्क किया. मेरे परिवार को विरोध जताने की हिम्मत मिली है. हम हर सरकारी कार्रवाई का सामना करने को तैयार हैं.
इससे पहले गोपाल राय की अगुवाई में लक्ष्मी नगर में जनता ने बिजली बिल जलाए.

आईएसी के कार्यकर्ताओं ने कल दिल्ली के संगम विहार के टिगड़ी कॉलोनी के बानाराम के घर का बिजली कनेक्शन भी जोड़ा था. दिहाड़ी मजदूर बानाराम को बिजली कंपनियों ने 15,160 रुपए का बिल भेजा था. 6,000 से कम की मासिक आय वाले बानाराम यह बिल चुका नहीं पाए तो बिजली कंपनी ने उनका कनेक्शन काट दिया था.

शीला दीक्षित सरकार की शह पर बिजली कंपनियों की मनमानी के खिलाफ आईएसी ने सविनय अवज्ञा आंदोलन छेड़ा है. आज दिवंगत कैलाशचंद्र जी के घर का बिजली कनेक्शन जोड़ने के बाद आईएसी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर सामूहिक रूप से बिजली बिलों की होली जलाकर और बिल फाड़कर अपना विरोध प्रदर्शन किया.

बवाना की जे.जे कॉलोनी के एफ ब्लॉक में दोपहर बाद सैकड़ों की संख्या में जनता ने अरविंद केजरीवाल की मौजदूगी सामूहिक रूप से बिजली बिल फाड़कर शीला दीक्षित सरकार और बिजली कंपनियों के खिलाफ विरोध जताया. जे.जे कॉलोनी में ही अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में जनता ने दो परिवारों के बिजली के कटे कनेक्शन जोड़े. दोनों परिवार लंबे समय से अंधेरे में रह रहे थे. इसके बाद अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में बादली औद्योगिक क्षेत्र के राजा विहार में बिजली के बिल जलाकर जनता ने विरोध प्रदर्शन किया.

मनीष सिसोदिया की अगुवाई में महिपालपुर की जनता ने प्रकाश हाउस के नजदीक बिजली बिलों की होली जलाई. मुखर्जी नगर में आईएसी के वरिष्ट कार्यकर्ता कुमार विश्वास के नेतृत्व में करीब 500 लोगों ने बिजली के बिलों की होली जलाई. कुमार विश्वास से जनता ने बिजली से जुड़ी अपनी परेशानियां बांटी.

मुखर्जी नगर में लोगों को संबोधित करते हुए कुमार विश्वास ने कहा,  जनता बिजली के भ्रष्टाचार के खिलाफ संगठित होकर विरोध प्रदर्शित करे. हमारा यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक दिल्ली की जनता को बिजली की इस लूट से निजात नहीं मिल जाती  मुखर्जी नगर में बिजली रक्षा दल टीम का भी गठन हुआ जो बिजली कनेक्शन काटने वाले अधिकारियों का अहिंसक विरोध करेगी.

इसके साथ-साथ दिल्ली के 62 विधानसभा क्षेत्रों के 114 वार्डों में आईएसी कार्यकर्ताओं के साथ जनता बिजली के बिलों की होली जलाएगी. यह कार्यक्रम पूरे सप्ताह तक चलता रहेगा. आईएसी कार्यकर्ता 8 अक्टूबर (सोमवार) को दोपहर 1 बजे मालवीय नगर के शिवालिक में स्थित दिल्ली विद्युत नियामक आयोग (डीईआरसी) के दफ्तर के सामने धरने पर बैठेंगे.

आईएसी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को चेतावनी दी है कि अगर बिजली के बढ़े दाम वापस नहीं लिए जाते तो 4 नवंबर को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा.

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